शादी का आरंभिक चरण प्रेम, समृद्धि, और स्थिरता की कामना से भरा होता है।
भारत में पाँच प्रतिष्ठित मंदिर नवविवाहित जोड़ों को विशेष अनुष्ठानों से आशीर्वाद देते हैं।
इन तीर्थयात्राओं में शामिल होकर आप भी अपनी जोड़ी में दिव्य शक्ति का अनुभव कर सकते हैं।
1. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू और कश्मीर
स्थान: कटरा के समीप त्रिकूट पहाड़ियों में; बेस कैंप से 12 किलोमीटर की चढ़ाई
देवता: देवी वैष्णो देवी (दुर्गा का रूप)
महत्व: जोड़े साथ मिलकर कठिन मार्ग तय कर परस्पर विश्वास मजबूत करते हैं
प्रमुख अनुष्ठान:
2. कामाक्षी अम्मन मंदिर, कांचीपुरम (तमिलनाडु)
स्थान: ईस्ट माडा स्ट्रीट, कांचीपुरम; चेनई हवाई अड्डे से 75 किलोमीटर
देवता: देवी कामाक्षी (पार्वती का रूप)
महत्व: दांपत्य जीवन में आपसी सम्मान और भावनात्मक शक्ति के लिए वंदना
प्रमुख अनुष्ठान:
3. मीनाक्षी सुंदरेश्वरर मंदिर, मदुरै (तमिलनाडु)
स्थान: मदुरै शहर के केंद्र में, मदुरै जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास
देवता: देवी मीनाक्षी एवं भगवान सुंदरेश्वर (शिव)
महत्व: दिव्य विवाह समारोह में भाग लेकर अपनी जोड़ी को आशीर्वाद देना
प्रमुख अनुष्ठान:
4. प्रेम मंदिर, वृंदावन (उत्तर प्रदेश)
स्थान: रमन रेटी मार्ग, वृंदावन; मथुरा से 14 किमी
देवता: राधा-कृष्ण एवं सीता-राम (अनंत प्रेम के प्रतीक)
महत्व: संगमरमर मंदिर में अटूट भक्ति के साथ प्रार्थना
प्रमुख अनुष्ठान:
5. मंगला गौरी मंदिर, गया (बिहार)
स्थान: फल्गु नदी किनारे मंगलागौरी पहाड़ी; गया स्टेशन से 5 किमी
देवता: देवी सती (स्तन शक्ति पीठ)
महत्व: वैवाहिक सुख, संतान और पोषण की कामना
प्रमुख अनुष्ठान:
नीचे कमेंट्स में अपने अनुभव और कहानियाँ साझा करें। आइए मिलकर इस यात्रा में एक-दूसरे को प्रेरित करें और एक मजबूत समुदाय बनाएं।
इन आध्यात्मिक यात्राओं के पीछे की आवाज़ से मिलिए।