सहायक जीवनसाथी तथा आदर्श संतान की प्राप्ति के लिए वर्णित ये पूजन विधियां, दांपत्य जीवन में प्रेम, सहयोग और स्थिरता लाने के साथ‑साथ आने वाली पीढ़ी में सद्गुण, संस्कार और उज्ज्वल भविष्य का बीज बोने का मार्ग दिखाती हैं।